Wheat Rate : गेहूँ के भाव पहुंचे 3000 के पार, तोड़ दिए अब तक के सब रिकॉर्ड, देखिये क्या है आज भाव

Wheat Rate : आज के समय में गेहूँ के भाव आसमान छू रहे है। एक और किसानो का फायदा है तो आम आदमी की जेब पर इसका अच्छा खासा असर देखने मिल रहा है क्योकि गेहूँ के भाव बढ़ने के कारण आटे के भाव ने बढ़ोतरी हो रही है। देश में लगातार गेहूं के स्टॉक में कमी को देखते हुए देश भर की प्रमुख मंडियों में गेहूं की खरीदी बढ़ने लगी है। पिछले 1 महीने से गेहूं के भाव 2000 रूपए प्रति क्विंटल से लेकर 2890 रूपए प्रति क्विंटल तक चल रहें थे वहीं गेहूं के स्टॉक में कमी की संभावना को देखते हुए अचानक से गेहूं के भाव ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। वर्तमान में गेहूं 3100 रूपए प्रति क्विंटल के पार कारोबार कर रहे हैं। मुख्य रूप से मिल क्वालिटी के गेहूं की खरीद में भारी तेजी देखने को मिली है। इसी कारण गेहूं के भाव में जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है।

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गेहूं की कीमत
शुक्रवार को दिल्ली लारेंस रोड पर राजस्थान लाइन के गेहूं का भाव 3100 रुपए के स्तर पर पहुंच गया। गुजरात की मंडियों में मिल क्वालिटी गेहूं 2800 से 3130 तक बिक रहा है। कोलकाता के बाजार में गेहूं 3200 रूपए प्रति क्विंटल के पार कारोबार कर रहे हैं। गेहूं के भाव में तेजी आने के कारण गेहूं और सूजी के भाव में करीब 35 रूपए प्रति किलो तक की तेजी देखने को मिली है। मध्यप्रदेश की बात की जाए तो मध्यप्रदेश में मिल क्वालिटी के गेहूं 3100 रूपए प्रति क्विंटल से लेकर 3200 रूपए प्रति क्विंटल तक बिक रहे हैं।
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नई फसल आने में है कुछ ही दिन बाकि
केंद्र सरकार द्वारा अभी तक केंद्रीय पूल से खुले बाजार में बिक्री को लेकर अपनी चुप्पी नहीं तोड़ी है। जानकारों का कहना है कि इस साल पहली जनवरी को केंद्रीय पूल में 171.7 लाख टन गेहूं का भंडार था, जो कि आवश्यक भंडार से लगभग 25 प्रतिशत अधिक बताया जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि सरकार केंद्रीय पूल के स्टॉक को छेड़ने से हिचकिचा रही है, क्योंकि अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाली फसल के भाव भी एमएसपी से उपर बने रह सकते हैं और सरकारी खरीद कमजोर रह सकती है। नई फसल आने में लगभग लगभग ढाई माह का समय बाकी है और इस अवधि में सरकार ने कोई हस्तक्षेप नहीं किया तो गेहूं की कीमतें और तेज हो सकती है।