मुर्गी पालन के लिए सरकार दे रही है 50% सब्सिडी, कम खर्चे में होंगी बम्फर कमाई, ये बैंक दे रही है लोन

मुर्गी पालन के लिए सरकार दे रही है 50% सब्सिडी, कम खर्चे में होंगी बम्फर कमाई, ये बैंक दे रही है लोन। आज के समय में सरकार द्वारा युवाओ को रोजगार देने के लिए कई योजनाए चलाई जा रही है। मुर्गी पालन कृषि क्षेत्र से जुड़े व्यवसायों में से एक मुख्य व्यवसाय है. भारत में मुर्गी पालन काफी बड़े पैमाने पर किया जा रहा है. मुर्गीपालन व्यवसाय पर गौर किया जाये तो यह किसानो के लिए बेहतर विकल्प हो सकता है. इसके जरिये घर व गांव की महिलाओं को भी रोजगर के अवसर प्राप्त हो सकते है. सरकार भी पोल्ट्री फार्मिंग को बढ़ावा देने के उदेश्य से प्रोसेसिंग, प्रजनन, पालन और हैचिंग प्रक्रियाओं निवेश कर रही है. भारत में लहभग 30 लाख किसान और 1.5 करोड़ कृषि किसान पोल्ट्री व्यवसाय में काम कर रहे हैं, जिससे वे राष्ट्रीय आय में करीब 26,000 करोड़ रुपये का योगदान कर रहे हैं.
सरकार दे रही है सब्सिडी

सरकार दे रही है भरपूर सब्सिडी। देशभर में प्रोटीन की खपत बढ़ती जा रही है. इसके लिये अब एक बड़ी आबादी मुर्गियां और अंड़ों पर निर्भर रहती है. यही कारण है कि गांव-गांव में अब डेयरी फार्म की तरह पोल्ट्री फार्म भी खोले जा रहे हैं. खासकर शहर के नजदीकी ग्रामीण इलाकों में घर के बैकयार्ड से लेकर बड़े स्तर पर पोल्ट्री फार्मिंग की जा रही है. मुर्गियों की कई उन्नत नस्लें अब नौकरी से पैसा दिलवा रही है.
यही कारण है कि इस काम से अब युवा भी जुड़ रहे हैं. पोल्ट्री फार्मिंग में लागत को कम करने के लिये राष्ट्रीय पशुधन मिशन योजना यानी नेशनल लाइवस्टॉक मिशन के तहत करीब 50 प्रतिशत तक सब्सिडी या अधिकतम 25 लाख के अनुदान का प्रावधान है. इस योजना का लाभ लेकर पोल्ट्री यूनिट लगाने के लिये ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. इसके लिये https://nlm.udyamimitra.in/ पर जाकर अधिक जानकारी भी ले सकते हैं.
मुर्गी पालन के फायदे

- मुर्गी पालन कमाई का एक उत्कृष्ट स्रोत है.
- मुर्गी पालन में कम निवेश की आवश्यकता पड़ती है.
- इससे रोजगार के अवसर में बढ़ावा
- इसके लिए व्यापार लाइसेंस आसानी से मिल जाता हैं.
- यह कारोबार जल्दी रिटर्न मिलने लगता है.
- बाजार में अंडे और मांस की मांग हमेशा बनी रहती है. जिससे निरंतर कमाई होती रहती है.
- यह जल्द ब्रेक-ईवन प्वाइंट पर पहुंच जाता है. जिसके फलस्वरूप कारोबार में कोई लाभ-हानि नहीं होती है
- इस व्यवसाय के लिए बैंक ऋण आसानी से मिल जाता है.
- इस व्यवसाय के लिए पानी की आवश्यकता कम होती है
- पोल्ट्री उत्पादनो से अधिक पोषण प्रदान प्राप्त होता है.
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ये नस्ले देंगी अच्छी कमाई

पोल्ट्री फार्मिंग से अच्छी कमाई के लिये उन नस्लों का चयन करें, जिनके मांस और अंडों की डिमांड देश-विदेश में ज्यादा रहती है. इस बीच ये बात भी ध्यान रखें कि अच्छी रोग प्रतिरोधी क्षमता वाली नस्लों को चुनें, जिससे बीमारियों का खतरा कम रहे. साथ ही चूजों के प्रबंधन का काम भी आसानी से किया जा सके. विशेषज्ञों के मुताबिक, सील, कड़कनाथ, ग्रामप्रिया, स्वरनाथ, केरी श्यामा, निर्भीक, श्रीनिधि, वनराजा, कारी उज्जवल और कारी आदि मुर्गियां और इनके अंडे आसानी से बाजार में बिक जाते हैं.
इन बैंक से ले सकते हो लोन
SBI, HDFC बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, आईडीबीआई बैंक, फेडरल बैंक, करूर वैश्य बैंक, केनरा बैंक, बैंक ऑफ इंडिया और कई अन्य बैंक पोल्ट्री फार्म संचालन के लिए लोन मुहैया कराती है.
सरकार देती है प्रशिक्षण

किसी भी व्यवसाय को खोलने के लिए उस कारोबार सम्बंधित ट्रेनिंग लेना जरुरी है. अगर आप पोल्ट्री फार्मिंग प्रशिक्षण लेना चाहते है तो हमने आपके लिए कुछ पोल्ट्री फार्मिंग प्रशिक्षण केंद्र की जानकारी दी है.